AS001 Indian Mathematical Astrology

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भारतीय गणित ज्योतिष
(Indian Mathematical Astrology – AS001)

  1. प्रमुख खगोलीय अवधारणाएँ: अक्षांश, रेखांश, खगोल, विषुवत वृत्त, क्रान्तिवृत्त, खगोलीय ध्रुव, कदम्ब, चक्र, राशि, नक्षत्र, नक्षत्र चरण, ग्रह, भाव, लग्न, सम्पातों का पिछड़ना, अयनांश, चल चक्र, अचल चक्र, अन्तरराष्ट्रीय तिथि रेखा, भुज, शर, विषुवांश, क्रान्ति, क्षितिज वृत्त, जेनिथ, नादिर, याम्योत्तर वृत्त, उन्नतांश, दिग्दांश, होरा कोण, अन्तर्युति, बहिर्युति, युति, विपरीत युति।
  2. समय: स्थानीय द्रष्ट समय, स्थानीय मध्यम समय, मानक समय: ग्रीनविच मध्यम समय, समय क्षेत्र, भारतीय मानक समय, युद्ध समय संशोधन, ग्रीष्म समय या दिवा प्रकाश बचत समय।
  3. साम्पातिक काल: साम्पातिक काल का अवधारणात्मक परिचय, उत्तरी गोलार्द्ध में साम्पातिक काल ज्ञात करना, दक्षिणी गोलार्द्ध में साम्पातिक काल ज्ञात करना।
  4. जन्म लग्न साधन: उत्तरी गोलार्द्ध में जन्म लग्न साधन, दक्षिणी गोलार्द्ध में जन्म लग्न साधन।
  5. भाव स्पष्ट: भाव स्पष्ट की पद्धतियाँ, पाराशरीय एवं श्रीपति पद्धतियों का अवधारणात्मक परिचय, दशम भाव मध्य स्पष्ट साधन, अन्य भाव मध्य स्पष्ट साधन।
  6. ग्रह: नवग्रहों का परिचय, आन्तरिक एवं बाह्य ग्रह, गति, वक्री एवं मार्गी होना, ग्रहों का अस्त होना।
  7. जन्मकालिक ग्रह स्पष्ट साधन: वास्तविक गति से ग्रह स्पष्ट, मध्यम गति से ग्रह स्पष्ट।
  8. जन्मपत्रिका: जन्मपत्रिका के उत्तर भारत, दक्षिण भारत, मिथिला, बंगाल, उड़िया आदि प्रारूप।
  9. जन्मपत्रिका निर्माण: जन्म कुण्डली निर्माण, सूर्य कुण्डली निर्माण, चन्द्र कुण्डली निर्माण, सुदर्शनचक्र निर्माण, भाव चलित कुण्डली निर्माण।
  10. वर्ग परिचय एवं साधन: गृह या क्षेत्र, होरा, द्रेष्काण, चतुर्थांश, पंचमांश, षष्ठांश, सप्तमांश, अष्टमांश, नवमांश, दशमांश, एकादशांश, द्वादशांश, षोडशांश, विंशांश, चतुर्विंशांश, सप्तविंशांश, त्रिंशांश, खवेदांश, अक्षवेदांश, षष्ट्यांश आदि वर्गों का परिचय एवं उनका साधन, वर्गों के उपयोग, वर्गों के आधार पर ग्रहों की किंशुक, पारिजात, भेदक आदि संज्ञाएँ।
  11. ग्रहों के सम्बन्ध: ग्रहों के नैसर्गिक सम्बन्ध, ग्रहों के तात्कालिक सम्बन्ध, ग्रहों के पंचधा सम्बन्ध।
  12. ग्रहों का विंशोपक बल: अवधारणात्मक परिचय, साधन, विंशोपक बल की श्रेणी।
  13. अप्रकाशक ग्रहों का परिचय एवं साधन: धूम, व्यतिपात, परिवेश, इन्द्रचाप, उपकेतु, गुलिक, यमघंटक, अर्द्धप्रहर, काल, मृत्यु आदि अप्रकाशक ग्रहों एवं उपग्रहों का परिचय एवं उनका साधन।
  14. विशिष्ट लग्न: भाव लग्न, होरा लग्न, घटी लग्न, प्राणपद लग्न का परिचय एवं उनका साधन।
  15. ग्रहों की अवस्थाएँ: बाल्यादि अवस्थाएँ, जाग्रतादि अवस्थाएँ, दीप्तादि अवस्थाएँ, लज्जितादि अवस्थाएँ, शयनादि अवस्थाएँ।
  16. ग्रहों का षड्बल: स्थान बल, दिग्बल, कालबल, चेष्टाबल, नैसर्गिक बल एवं दृग्बल का साधन।
  17. ग्रहों का इष्टबल एवं कष्टबल: अवधारणात्मक परिचय एवं साधन, उच्चरश्मि, चेष्टारश्मि।
  18. ग्रहों की शु रश्मि और अशु रश्मि।
  19. भाव बल: भावेश बल, भाव दिग्बल, भाव दृष्टि बल, भाव शुभाशु बल, भाव दिवा-रात्रि बल आदि का परिचय एवं उनका साधन।
  20. जन्मकालिक पंचांग साधन: जन्म तारीख, जन्मकालिक तिथि, जन्मकालिक वार, जन्मकालिक नक्षत्र, जन्मकालिक नक्षत्र चरण, जन्मकालिक योग, जन्मकालिक करण आदि का साधन, पाया विचार, मूल एवं गण्डांत विचार।
  21. अवकहडा एवं सर्वघात चक्र: अवकहडा एवं सर्वघात चक्र का अवधारणात्मक परिचय, जातक का जन्म नामाक्षर साधन, सर्वघात चक‘ साधन, शुभाशुभ तारा चक्र।
  22. दशाएँ: विंशोत्तरी दशा, अष्टोत्तरी दशा, षोडशोत्तरी दशा, द्वादशोत्तरी दशा, पंचोत्तरी दशा, कालदशा, योगिनी दशा, मण्डूक दशा, शूल दशा, शताब्दी दशा, चतुरशीति दशा आदि का अवधारणात्मक परिचय एवं साधन।
  23. विंशोत्तरी दशा: विंशोत्तरी महादशा, अन्तर्दशा, प्रत्यन्तर्दशा, सूक्ष्म दशा एवं प्राण दशा का अवधारणात्मक परिचय एवं साधन।
  24. जन्मपत्रिका लेखन प्रविधि: जन्मपत्रिका लेखन की परम्परागत पद्धति, जन्मपत्रिका लेखन की आधुनिक पद्धति।